रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी ने 25 मार्च यानी की शुक्रवार को रिलायंस पावर (Reliance Power) और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है. बता दें कि बाजार नियामक सेबी के आदेश के बाद उन्हें किसी भी सूचीबद्ध कंपनी के साथ जुड़ने से रोक दिया था, जिस वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है.
वहीं रिलायंस पावर ने बीएसई फाइलिंग में कहा कि अनिल अंबानी गैर-कार्यकारी निदेशक, सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के अंतरिम आदेश के अनुपालन में रिलायंस पावर के बोर्ड से हट गए हैं. इसी के साथ ही रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने कहा कि अनिल अंबानी ने सेबी के अंतरिम आदेश के अनुपालन में अपने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है.
बता दें कि इसके बाद एडीएजी समूह की दोनों कंपनियों ने कहा कि आर-पावर और आर-इन्फ्रा के निदेशक मंडल ने अब शुक्रवार को राहुल सरीन को पांच साल के कार्यकाल के लिए स्वतंत्र निदेशक के रूप में अतिरिक्त निदेशक नियुक्त (Appointed Additional Director) किया है. लेकिन अभी यह नियुक्ति आम बैठक में सदस्यों की मंजूरी के अधीन है. 72 साल के राहुल सरीन सिविल सर्वेंट रहे हैं. इन्होंने 35 से अधिक सालों तक लोक सेवा की है. वो केंद्र सरकार में सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे.
वहीं कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने कहा है कि पिछले एक साल में कंपनी ने अपने करीब 8 लाख शेयरधारकों के लिए बहुत ज्यादा मुनाफा दिया है. कंपनी के शेयर की कीमत 32 रुपये के निचले स्तर से बढ़कर 150 रुपये हो गई है.
आपको बता दें कि सेबी ने फरवरी में रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड के उद्योगपति अनिल अंबानी और तीन अन्य व्यक्तियों को कथित रूप से धन निकालने के आरोप में प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया था. अनिल अंबानी के शेयर बाजारों में किसी सूचीबद्ध कंपनी से जुड़ने पर रोक लगा दी गई थी. उसीके बाद से ही यह माना जा रहा था कि अनिल अंबानी को इस्तीफा देना ही पड़ेगा.
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