देश आज 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. हर ओर जश्न है और आजादी के लिए लड़े दीवानों की याद में देशभक्ति के नारे गूंज रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर लालकिले के प्राचीर पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया. दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद लालकिले से नरेंद्र मोदी का ये पहला भाषण है, इसलिए इस भाषण पर ना सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया की नज़र है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया के किसी ना किसी हिस्से में कुछ हो रहा है, भारत ऐसे में मूकदर्शक नहीं बना रहेगा. उन्होंने ऐलान किया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत अपनी लड़ाई जारी रखेगा, आतंकवाद को एक्सपोर्ट करने वालों को बेनकाब करने का वक्त आ गया है. कुछ लोगों ने भारत के साथ-साथ श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में भी आतंकवाद फैला रखा है.
पीएम बोले ने अफगानिस्तान को उनके स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी. उन्होंने इस दौरान सेना के जवानों का शुक्रिया किया और उनके योगदान की तारीफ की.
#IndiaIndependenceDay: PM @narendramodi unfurls National Flag from the ramparts of Red Fort pic.twitter.com/RRPcTjFHiG
— Doordarshan News (@DDNewsLive) August 15, 2019
मेरे प्यारे देशवासियों, स्वतंत्रता दिवस के इस पवित्र दिवस पर सभी देशवासियों को अनेक-अनेक शुभकामनाएं. आज रक्षाबंधन का भी पर्व है. सदियों से चली आ रही परंपरा भाई-बहन के प्यार को अभिव्यक्त करती है. मैं सभी देशवासियों और भाई बहनों को रक्षाबंधन के पावन पर्व पर अनेक-अनेक शुभकामना देता हूं.
आज जब देश आजादी का पर्व मना रहा है उसी समय देश के अनेक भागों में अति वर्षा, बाढ़ के कारण लोग कठिनाइयों से जूझ रहे हैं. कई लोगों ने अपने स्वजन खोये हैं, मैं उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं.
देश आजाद होने के बाद से इतने वर्षों में देश की शांति और सुरक्षा के लिए अनेक लोगों ने अपना योगदान दिया है. आज मैं उन सबको भी नमन करता हूं. नयी सरकार को 10 हफ्ते भी नहीं हुए हैं, लेकिन इस छोटे से कार्यकाल में सभी क्षेत्रों में हर प्रयास को बल दिए गए हैं, हम पूरे समर्पण के साथ सेवारत हैं.
अगर 2014 से 2019 आवश्यकताओं की पूरी का दौर था तो 2019 के बाद का कालखंड देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति का कालखंड है, उनके सपनों को पूरा करने का कालखंड है.
किसानों और छोटे व्यापारियों को 60 वर्ष की आयु के बाद आर्थिक सहारा देने के लिए पेंशन का प्रावधान किया गया है. जल संकट से निपटने के लिए, केंद्र और राज्य सरकार मिलकर योजनाएं बनाएं, इसके लिए एक अलग जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया गया है.
‘सबका साथ, सबका विकास’ का मंत्र लेकर हम चले थे लेकिन 5 साल में ही देशवासियों ने ‘सबका विश्वास’ के रंग से पूरे माहौल को रंग दिया.
समस्यों का जब समाधान होता है तो स्वावलंबन का भाव पैदा होता है, समाधान से स्वालंबन की ओर गति बढ़ती है. जब स्वावलंबन होता है तो अपने आप स्वाभिमान उजागर होता है और स्वाभिमान का सामर्थ्य बहुत होता है.
मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया, आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ने के लिए आतंकवाद विरोधी कानून में संशोधन किया गया.
पांच साल पहले लोग हमेशा सोचते थे कि ‘क्या देश बदलेगा’ या ‘क्या बदलाव हो सकता है’? अब लोग कहते हैं कि- हां, मेरा देश बदल सकता है.
अनुच्छेद 370 को खत्म करके सरदार पटेल के सपने को पूरा किया. 370 पर हर दल के लोगों का समर्थन मिला. 370 की वकालत करने वालों से देश सवाल पूछ रहा है. 370 जरूरी था तो स्थाई क्यों नहीं किया गया?
— Suman Sharman (@suman_sharman) August 15, 2019