
उत्तर प्रदेश की बागपत जिला जेल में अंडरवर्ल्ड डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगीकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इस वारदात के बाद जेल प्रशासन से लेकर लखनऊ तक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. मुन्ना बजरंगी की पत्नी ने पहले ही जेल में हत्या की आशंका जाहिर की थी. ऐसे में जेल के अंदर ही सनसनीखेज तरीके से हत्या होने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
रविवार रात को ही मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल से बागपत जेल लया गया था. सोमवार को बागपत में एक मामले में उसकी पेशी थी. इसी सिलसिले में रविवार की रात 9 बजे ही मुन्ना बजरंगी को बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था.
पूर्वांचल के बड़े अपराधियों में गिनती
मुन्ना बजरंगी की गिनती पूर्वांचल के कुख्यात अपराधियों में होती है. कई बड़ी आपराधिक वारदातों में बजरंगी का नाम सामने आया था. मुन्ना बजरंगी के परिजनों ने पहले ही आशंका जताई थी कि बागपत जेल में उनकी हत्या हो सकती है. 29 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने कहा था कि जेल में उनके पति की जान को खतरा है़.
बजरंगी की पत्नी ने जताई थी हत्या की आशंका
उन्होंने हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए यूपी प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता की थी. इस दौरान उनके साथ मुन्ना बजरंगी के वकील विकास श्रीवास्तव भी मौजूद थे. सीमा सिंह ने अपने पति मुन्ना बजरंगी को यूपी स्पेशल टास्क फोर्स और पुलिस के उच्चाधिकारियों द्वारा फर्जी एनकाउंटर में मारे जाने की साजिश रचने का आरोप लगाया था.
कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों का बगैर नाम लिए सीमा सिंह ने कहा था कि साजिश रचकर कई बार उनके पति को जेल में ही जान से मारने का प्रयास किया जा चुका है. इस संबंध में सीमा सिंह ने पुलिस के कई बड़े अधिकारियों के खिलाफ न्यायालय में भी शिकायत की थी.
मुन्ना बजरंगी ने भाजपा विधायक कृष्णानंद राय को खत्म करने की साजिश रची. 29 नवंबर 2005 ने को कृष्णानंद की हत्या कर दी.इसके अलावा मुन्ना के खिलाफ उत्तर प्रदेश समते कई राज्यों में मुकदमे दर्ज थे. वह पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन चुका था. उसके खिलाफ सबसे ज्यादा मामले यूपी में दर्ज हैं. 29 अक्टूबर 2009 को दिल्ली पुलिस ने मुन्ना को मुंबई के मलाड इलाके से गिरफ्तार कर किया था.
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